ताड़ोबा में जटायु के निवास से पर्यावरण की सुरक्षा
CRIME INDIA NEWS
JAN 24 -2024, 04:58 PM
■चंद्रपुर, ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व बाघों के लिए प्रसिद्ध एक संरक्षित क्षेत्र है. बाघों की इस धरती पर अब जटायु पक्षी के संवर्धन को बढ़ावा दिया जाएगा. यह जैव विविधता संरक्षण का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू है. विशेषकर विलुप्त के कगार पर पहुंचे जटायु (गिद्धराज) पक्षी के ताड़ोबा में निवास से प्रकृति की श्रृंखला को बहाल करने में मदद मिलेगी. यह विश्वास वन, सांस्कृतिक कार्य, मत्स्यपालन मंत्री तथा जिले के पालक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने व्यक्त किया. इस अवसर पर उनके द्वारा कोलसा वन परिक्षेत्र में वन परिक्षेत्र अधिकारी के कार्यालय का उद्घाटन किया गया. महाराष्ट्र वन विभाग व बॉम्बे नैचरल हिस्ट्री सोसायटी मुंबई के संयुक्त तत्वाधान में बोटेझरी जटायु संवर्धन राज्यस्तरीय परियोजना का उद्घाटन करते समय मुनगंटीवार बोल रहे थे. मुनगंटीवार ने कहा कि रामायण में जटायु पक्षी का अद्वितीय महत्व है और भगवान राम की प्राणप्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में ताड़ोबा में राज्य के जटायु संरक्षण की एक महत्वपूर्ण परियोजना लागू की जा रही है. पहले चरण में सफेद पीठ वाले 10 जटायु पक्षी दिए गए हैं और आगे चरणबद्ध तरीके से जटायु को ताड़ोबा में छोड़े जायेंगे. जटायु पर्यावरण के स्वच्छता दूत हैं इसीलिए जटायु के संरक्षण का निर्णय लिया है. आज 10 जटायु हैं. अब इनकी संख्या 20 और आगे 40 करने के लिए जिनके नाम में ही राम है, ऐसे डा. रामगांवकर पर जटायु संरक्षण की अधिक जिम्मेदारी है. वनों के लिए जी-जान से काम करने वालों को अब महाराष्ट्र भूषण की तर्ज पर वन भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इस मौके पर बाम्बे नैचरल हिस्ट्री सोसायटी के अध्यक्ष प्रवीण सिंह परदेशी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) महीप गुप्ता, वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक डा. जीतेन्द्र रामगांवकर, जिला पुलिस अधीक्षक रवीन्द्र सिंह परदेशी, बॉम्बे नैचरल हिस्ट्री सोसायटी के निदेशक किशोर रिठे, उपनिदेशक नंदकिशोर काले आदि उपस्थित थे.
वनमंत्री के प्रयासों से जटायु का संवर्धन डा. परदेशी :
ताड़ोबा जटायु के लिए एक अच्छा निवास स्थान होगा. राज्य के वनमंत्री मुनगंटीवार ने जटायु संरक्षण परियोजना के लिए विशेष पहल की. यह जानकारी बाम्बे नैचरल हिस्ट्री सोसायटी के अध्यक्ष प्रविणसिंह परदेशी ने दी. जटायु का हास जैव विविधता एवं प्रकृति चक्र के लिए हानिकारक है.